* फिर उठी धरमजयगढ़ को जिला बनाने की मांग — पत्रकार संघ ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन *

धरमजयगढ़ – लंबे समय से अधूरी पड़ी धरमजयगढ़ को जिला बनाने की मांग अब एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ पत्रकार कल्याण संघ, धरमजयगढ़ इकाई ने धरमजयगढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष भरत लाल साहू के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि धरमजयगढ़ आदिवासी बहुल अंचल है, जहाँ के अधिकांश गाँव घने जंगलों के बीच बसे हुए हैं। प्रशासनिक कार्यों, शिक्षा, स्वास्थ्य, न्यायिक और अन्य सरकारी कामों के लिए यहाँ के लोगों को करीब 80 किलोमीटर दूर रायगढ़ जाना पड़ता है। यह दूरी न केवल समय और धन की बर्बादी है, बल्कि ग्रामीणों के लिए कठिनाइयों से भरी यात्रा भी साबित होती है।
पत्रकार संघ ने अपने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि धरमजयगढ़ में पहले से ही जिला स्तरीय कार्यालय मौजूद हैं, जैसे जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, जल संसाधन विभाग और वनमंडल अधिकारी कार्यालय। पर्याप्त संसाधन, अधोसंरचना और भौगोलिक दृष्टि से धरमजयगढ़ को जिला का दर्जा देने के लिए सभी मानक पूरे होते हैं। धरमजयगढ़ को जिला बनाने की यह मांग कोई नई नहीं है। वर्षों से स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठन इस मुद्दे को उठाते आ रहे हैं। अब जबकि आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का धरमजयगढ़ दौरा प्रस्तावित है, पत्रकार संघ ने उम्मीद जताई है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर धरमजयगढ़ को जिला घोषित करने की घोषणा हो सकती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि धरमजयगढ़ को जिला का दर्जा मिल जाता है, तो यहाँ प्रशासनिक कामकाज में तेजी आएगी, दूरस्थ ग्रामीण अंचलों का विकास गति पकड़ेगा और लोगों को बुनियादी सुविधाएँ उनके ही क्षेत्र में मिल सकेंगी।