हटेगा धरमजयगढ़ का साप्ताहिक बाजार ? भाजपा नेता के वायरल वॉइस रिकॉर्ड ने मचाई खलबली *

नगर संवाददाता, धरमजयगढ़: नगरीय निकाय चुनाव के अंतिम चरण में जहां प्रत्याशी और राजनीतिक दल अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं धरमजयगढ़ में साप्ताहिक बाजार को लेकर उठे विवाद ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है।

हाल ही में भाजपा के एक स्थानीय बड़े नेता का वॉइस रिकॉर्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वे नगरवासियों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि धरमजयगढ़ के साप्ताहिक बाजार को हटाने या उसे कॉलोनी में स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने इसे विपक्ष द्वारा फैलाया गया “अफवाह” करार दिया और स्पष्ट किया कि भाजपा के नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी के चुनाव जीतने पर भी बाजार को हटाने का कोई इरादा नहीं है।

वायरल ऑडियो में क्या है खास?
वायरल वॉइस रिकॉर्ड में भाजपा नेता विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहते सुने जा सकते हैं कि यह अफवाह केवल मतदाताओं को गुमराह करने के लिए फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा, “हमारे किसी भी प्रत्याशी या पार्टी के एजेंडे में बाजार को हटाने की कोई बात नहीं है। अगर नगरवासियों को किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो हम स्वयं उसका समाधान करेंगे।”

जनता में बढ़ी चिंता, विपक्ष ने उठाए सवाल
हालांकि भाजपा नेता ने इसे महज अफवाह बताया है, लेकिन इस मुद्दे ने जनता के बीच हलचल जरूर मचा दी है। बाजार से जुड़े व्यापारी और स्थानीय लोग असमंजस में हैं कि आखिर ऐसी चर्चा क्यों हो रही है।

कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने बयान दिया, “अगर भाजपा का कोई इरादा नहीं था तो फिर ये स्पष्टीकरण किस बात का? यह साफ है कि अंदरखाने कोई न कोई योजना जरूर थी, जिसे जनता के विरोध के डर से छुपाया जा रहा है।”

क्या पड़ेगा चुनाव पर असर?
धरमजयगढ़ का साप्ताहिक बाजार न केवल व्यापारिक केंद्र है, बल्कि यह स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों से भी जुड़ा है। ऐसे में इस बाजार को हटाने की अफवाह ने मतदाताओं के मन में शंका पैदा कर दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मुद्दे का सीधा असर नगरीय निकाय चुनाव पर पड़ सकता है,
हालांकि भाजपा नेता की सफाई के बाद मामला कुछ हद तक शांत हुआ है, लेकिन बाजार के भविष्य को लेकर जनता के मन में सवाल अभी भी कायम हैं। क्या यह केवल चुनावी रणनीति है या फिर वाकई कोई योजना थी जिसे विरोध के चलते टाल दिया गया?

यह तो आने वाले समय में साफ होगा, लेकिन फिलहाल इतना जरूर है कि साप्ताहिक बाजार का मुद्दा धरमजयगढ़ के चुनावी समीकरणों में एक नई हलचल पैदा कर चुका है


जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles