
राजीव अग्रवाल ने ठाकुर अनुकूल चंद्र जी महाराज के जन्मोत्सव पर दिखाई सादगी, श्रद्धा पूर्वक किया नमन
धरमजयगढ़ (विशेष संवाददाता): नगर पंचायत धरमजयगढ़ के कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी राजीव अग्रवाल ने रविवार को ठाकुर अनुकूल चंद्र जी महाराज के जन्मोत्सव समारोह में श्रद्धा और सादगी की मिसाल पेश की। धरमजयगढ़ कॉलोनी स्थित सत्संग आश्रम में आयोजित इस पावन अवसर पर उन्होंने पूरे भक्ति भाव से ठाकुर अनुकूल चंद्र जी की पूजा-अर्चना की और गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया!
अपने सहज और विनम्र स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले राजीव अग्रवाल ने इस धार्मिक कार्यक्रम में पूरी तरह से श्रद्धा का परिचय दिया। उन्होंने राजनीति से दूर रहते हुए केवल गुरु भक्ति को प्राथमिकता दी। आश्रम परिसर में प्रवेश करते ही उन्होंने अपने साथियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि इस पावन स्थल पर फोटो या वीडियो बनाने से बचें और केवल आध्यात्मिक माहौल का सम्मान करें।
सादगी की मिसाल
इस दौरान न तो कोई राजनीतिक भाषण हुआ और न ही किसी तरह की प्रचार सामग्री का वितरण। राजीव अग्रवाल ने गुरुजी के विचारों और शिक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूर्ण भक्ति भाव से कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह उनकी विनम्रता और सामाजिक मूल्यों के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
समाज में दिया सादगी का संदेश
राजनीति के इस दौर में, जहाँ आमतौर पर नेता हर अवसर को प्रचार का माध्यम बना लेते हैं, वहीं राजीव अग्रवाल का यह कदम सादगी और श्रद्धा का एक उत्कृष्ट उदाहरण बना। उन्होंने यह संदेश दिया कि आध्यात्मिक स्थल पर राजनीति से ऊपर उठकर केवल श्रद्धा और सेवा भाव का स्थान होना चाहिए।
राजीव अग्रवाल के इस व्यवहार से स्थानीय नागरिकों और सत्संग अनुयायियों में गहरी प्रशंसा देखी गई। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि उनके इस निर्णय से यह सिद्ध होता है कि वे न केवल एक जनसेवक हैं, बल्कि सच्चे आध्यात्मिक मूल्यों का भी सम्मान करते हैं।
राजीव अग्रवाल के इस सादगी भरे व्यवहार ने न केवल आध्यात्मिकता की महत्ता को स्थापित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि सच्ची भक्ति किसी भी प्रचार या दिखावे से परे होती है।
ठाकुर अनुकूल चंद्र जी महाराज कौन थे?
ठाकुर अनुकूल चंद्र जी महाराज (1888-1969) एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु, और समाज सुधारक थे। उनका जन्म 14 सितंबर 1888 को तत्कालीन बंगाल (अब बांग्लादेश) के पबना जिले में हुआ था। वे सत्य, प्रेम, और भक्ति के प्रतीक माने जाते हैं। उन्होंने सत्संग आंदोलन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य मानवता को एक सच्चे और नैतिक मार्ग पर ले जाना था। उनके विचारों ने लाखों लोगों को आध्यात्मिक दिशा प्रदान की। ठाकुर जी के जन्मोत्सव समारोह के अवसर पर कई आध्यात्मिक और सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं: महीनों तक चलने वाला यह आयोजन छत्तीसगढ़ के विभिन्न सत्संग केंद्रों में भी बड़े भक्ति भाव से मनाया जाता है, इसी कड़ी में 02 फरवरी 2025 को धरमजयगढ़ कॉलोनी स्थित सत्संग केंद्र में श्री श्री ठाकुर जी के जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया गया था! आयोजन के दौरान सत्संग, कीर्तन, गुरु वंदना औऱ भंडारे सहित अन्य आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया!