महाशिवरात्रि पर शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़, रामायण पाठ का हुआ आयोजन

धरमजयगढ़। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर धरमजयगढ़ नगर सहित आसपास के सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने जलाभिषेक कर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की और सुख-समृद्धि की कामना की। नगर के प्रमुख शिव मंदिरों—सरिया नाला, तुर्रेश्वर धाम, अंबेटिकरा, नीचेपारा शिव मंदिर सहित अन्य शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं। इस अवसर पर भक्ति भाव से ओत-प्रोत वातावरण में रामायण पाठ का भी आयोजन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और संतोष की अनुभूति हुई।
शिवालयों में गूंजे ‘हर हर महादेव’ के जयकारे
महाशिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया। श्रद्धालु जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और अन्य पूजन सामग्री लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे। मंदिर परिसर “हर हर महादेव” और “बम बम भोले” के जयकारों से गूंज उठा।
रामायण पाठ से भक्त हुए भाव-विभोर
महाशिवरात्रि के अवसर पर नगर के प्रमुख मंदिरों में रामायण पाठ का भी आयोजन किया गया। धार्मिक विद्वानों और कथावाचकों ने भगवान राम और शिव के दिव्य संबंधों पर प्रकाश डाला। श्रद्धालुओं ने पूरे भक्ति भाव से रामचरितमानस का श्रवण किया और भगवान शिव तथा श्रीराम की महिमा का गुणगान किया।
प्राकृतिक सौंदर्य के बीच सरिया नाला स्थित शिव धाम में भव्य आयोजन
धाम में विशेष पूजा-अर्चना के साथ भजन-कीर्तन और रात्रि जागरण का भी आयोजन किया गया। यहां आए भक्तों के लिए भंडारे की भी व्यवस्था की गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। खबर लिखे जाने तक भी मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा हुआ है, औऱ ये सिलसिला देर रात तक चलने का अनुमान है!प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था
भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मंदिर परिसर में साफ-सफाई और सामाजिक व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
महाशिवरात्रि के इस अवसर पर पूरे नगर में आध्यात्मिक और भक्तिमय माहौल बना रहा। श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।