* हाथी निगरानी दल की सतर्कता और गेम गार्ड के साहस से बची वृद्धा की जान *

गेम गार्ड नवीन कुमार गुप्ता को मंत्री ओ.पी. चौधरी ने स्वतंत्रता दिवस पर किया सम्मानित


धरमजयगढ़ – अलोला परिसर में 25 जून को उस समय हड़कंप मच गया जब छेना पतरा जंगल (52 आर.एफ.) के किनारे स्थित एक झोपड़ी में रहने वाली वृद्ध महिला अचानक हाथियों की चपेट में आने वाली थी। वृद्धा चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ थी और उसी समय उसकी झोपड़ी से लगभग 50 मीटर की दूरी पर दो दंतैल हाथी विचरण कर रहे थे। स्थिति बेहद गंभीर और जीवन के लिए खतरे से भरी हुई थी।


सूचना मिलते ही हाथी निगरानी दल मौके पर पहुंचा और बिना समय गंवाए महिला को सुरक्षित निकालने की योजना बनाई। दल के सदस्य गेम गार्ड नवीन कुमार गुप्ता (कापु) ने साहस दिखाते हुए स्वयं वृद्धा को कंधे पर उठाकर जंगल से बाहर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। यदि यह त्वरित कार्रवाई न होती तो किसी अनहोनी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों के ठीक इतने करीब जाकर किसी को बचाना आसान काम नहीं है। ग्रामीणों ने गेम गार्ड और हाथी निगरानी दल के इस साहसिक कदम की सराहना करते हुए कहा कि वन विभाग की सक्रियता से आज एक वृद्धा की जान बच सकी।
👉 मंत्री ने किया सम्मानित
इस साहसिक एवं मानवीय कार्य को देखते हुए माननीय मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर गेम गार्ड नवीन कुमार गुप्ता को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। मंत्री ने कहा कि यह कार्य न केवल वन विभाग के लिए गौरव की बात है, बल्कि पूरे धरमजयगढ़ क्षेत्र के लिए प्रेरणादायी उदाहरण है।

वन विभाग के अधिकारियों ने भी निगरानी दल की सतर्कता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कर्मचारी विभाग की रीढ़ होते हैं। विभाग भविष्य में भी हाथी-मानव संघर्ष की स्थितियों को कम करने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए इसी तरह सक्रिय रहेगा।


जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles