*छाल खुली खदान के इंस्पेक्शन में पहुंची विजिलेंस टीम, मचा हड़कंप!*

*लिंकेज कोयला की अफरातफरी, वसूली की शिकायत पर जांच*
रायगढ़ जिले के छाल एसईसीएल क्षेत्र में एक और बड़ी अनियमितता का खुलासा हुआ है। शुक्रवार को विजिलेंस टीम छाल एसईसीएल क्षेत्र अंतर्गत खुली खदान में इंस्पेक्शन के लिए पहुंची। अचानक से विजिलेंस की रेड के बाद प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है। कार्रवाई के दौरान विजिलेंस टीम ने एंट्री गेट पर वाहनों से अवैध वसूली के कारनामे पर कार्रवाई की। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ इसके बाद सतर्कता विभाग की टीम कोयले के स्टॉक की जांच के लिए गई। हालांकि, स्टॉक संबंधी जांच को लेकर अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है।
इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार लिंकेज कोयला की अफरातफरी, एंट्री गेट पर वाहनों से वसूली सहित अन्य कई मामलों की शिकायत पर विजिलेंस टीम शुक्रवार को छाल खुली खदान में पहुंची।शुक्रवार को विजिलेंस टीम की दबिश के दौरान दोपहर 12 बजे से चार बजे तक लात खुली खदान की इन एंट्री रही बन्द रही। विश्वसनीय स्रोत से मिली जानकारी के मुताबिक़ बिलासपुर से पहुंची विजिलेंस टीम ने खदान के एंट्री रजिस्टर को अपने कब्जे में ले लिया है।

जिले में छाल खुली खदान यूं तो अपनी अनियमितता और नियम विरुद्ध कामो को लेकर सुर्खियों में रहा है। जिसे लेकर विजलेंस की टीम का कई बार आना जाना लगा रहता है। लेकिन, अब तक किसी भी अधिकारी कर्मचारी पर कोई बड़ी कार्यवाही नही की गई है। हाल के कुछ माह पूर्व कोयले से भरी ट्रक की चोरी के बाद करीब 58 सौ टन लिंकेज कोयले की अफरातफरी की शिकायत और बिना ग्रामसभा के सैकड़ों एकड़ भूमि अधिग्रहण, अपने ही परिसर व खदान क्षेत्र में लाखों की चोरी सहित विभिन्न मामले अब तक सामने आ चुके हैं। आज एक बार फिर जीएम व उपक्षेत्रीय प्रबन्धक के कथित साठ गांठ में वाहनों के एंट्री को लेकर ट्रक चालक से बतौर राशि लिए जाने की शिकायत को लेकर बिलासपुर की टीम ने दस्तक दी। जिसके बाद छाल खुली खदान उपक्षेत्र में हलचल मच गई है। विजिलेंस की इस कार्रवाई के दौरान दोपहर 12 बजे से चार बजे तक कोयला खदान में खाली गाड़ियों की एंट्री ठप्प पड़ गई।

*प्रबंधन से जुड़ रहे अनियमितता के तार!*

उक्त मामले में बिलासपुर से विजलेंस की टीम शिकायत मिलने के बाद छाल एसईसीएल सब एरिया पहुंची। जांच में पता चला है कि वाहनों के एंट्री के दौरान कथित तौर पर बतौर राशि लेने के लिए एक टीम गठित कर एंट्री का काम सौंपा गया था। जहां प्रतिदिन हजारों रुपए की राशि वसूल की जाती रही है। वहीं, अंदरूनी सूत्रों से पता चला कि वसूल की गई राशि का कुछ हिस्सा क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय तक पहुंच रहा था। हालांकि, अधिकृत तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है।


जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles