क्रोन्धा-सेमीपाली क्षेत्र में दहशत का माहौल, 22 हाथियों का झुंड मचा रहा तबाही

धरमजयगढ़: हाथियों का आतंक जारी, वन विभाग की उदासीनता से ग्रामीणों में रोष

धरमजयगढ़ वनमंडल के क्रोन्धा और सेमीपाली इलाके में हाथियों का कहर लगातार जारी है। करीब 22 हाथियों का झुंड क्षेत्र में घूम रहा है, जिससे ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल है। हाथी न केवल फसलों को रौंद रहे हैं बल्कि आम लोगों की जान के लिए भी खतरा बने हुए हैं।

वन विभाग और हाथी मित्रदल पर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों के अनुसार, वन विभाग और हाथी मित्रदल की भूमिका केवल औपचारिकताओं तक सीमित रह गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाथियों की सही लोकेशन और उनकी गतिविधियों की सटीक जानकारी विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रही, जिससे आमजन अनजान रहते हैं और अनजाने में हाथियों के रास्ते में आकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।

ग्रामीणों ने सुनाई आपबीती
आज दोपहर क्रोन्धा गांव के कुछ ग्रामीण जंगल में गए थे, लेकिन हाथियों की मौजूदगी की जानकारी न होने के कारण उनका आमना-सामना इन विशालकाय जीवों से हो गया। गनीमत रही कि वे किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे। इसी तरह, फसलें लगातार हाथियों द्वारा रौंदी जा रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

स्थिति भयावह, पर समाधान नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों की सही स्थिति की जानकारी वन विभाग द्वारा नहीं दी जा रही, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ रही हैं। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि इस संकट से लोगों को राहत मिल सके।

क्या वन विभाग नींद से जागेगा या ग्रामीण ऐसे ही दहशत में जीते रहेंगे?
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस गंभीर समस्या को कब तक नजरअंदाज करता है या फिर कोई ठोस कदम उठाकर ग्रामीणों को इस भयावह स्थिति से निजात दिलाने का प्रयास करता है। फिलहाल, हालात बेकाबू होते जा रहे हैं और समस्या का कोई समाधान दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है।


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