बागेश्वर धाम में बुंदेलखंड महोत्सव का आयोजन , सीएम साय ने पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से की मुलाक़ात

बागेश्वर धाम में 19 से 26 फरवरी 2025 तक बुंदेलखंड महोत्सव का आयोजन हो रहा है, जिसमें 251 निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह 26 फरवरी को संपन्न होगा। इस आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विशेष रूप से उपस्थित रहकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 फरवरी को बागेश्वर धाम में बनने वाले कैंसर रिसर्च सेंटर का भूमिपूजन किया!
इस महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से 251 कन्याओं का चयन किया गया है, जिनमें 108 आदिवासी बेटियां शामिल हैं। इनमें से कई बेटियां दिव्यांग, अनाथ और अत्यंत गरीब परिवारों से हैं। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि विवाह के दौरान बेटियों को डबल बेड, सोफा सेट, ड्रेसिंग टेबल, अलमारी, कुर्सी, गैस-चूल्हा, सिलेंडर, मिक्सी, पायल-बिछिया जैसी जरूरी सामग्री दी जाएगी। साथ ही उन्हें सिलाई मशीन और आटा चक्की भी प्रदान की जाएगी, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
बागेश्वर धाम में कैंसर रिसर्च सेंटर की स्थापना इस क्षेत्र के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। इस महोत्सव के माध्यम से धार्मिक भक्ति, सामाजिक समर्पण और राष्ट्रीय एकता का अद्भुत संयोग देखने को मिला! छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज बागेश्वर धाम में आयोजित शिवरात्रि महोत्सव और 251 निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। इस ऐतिहासिक आयोजन में बागेश्वर धाम में धार्मिक भक्ति, सामाजिक समर्पण और राष्ट्रीय एकता का अदभुत संयोग देखने को मिला, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम बागेश्वर धाम के पवित्र भूमि पर आए हैं। हमने बागेश्वर सरकार के दर्शन किए और छत्तीसगढ़ की समृद्धि के लिए आशीर्वाद लिया। यहां 251 निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह हो रहा है, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी आकर उनका आशीर्वाद देंगी। बागेश्वर धाम आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं के लिए एक सहारा बन रहा है। बाबाजी एक कैंसर अस्पताल भी खोल रहे हैं, जो इस क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।”
इस महोत्सव के दौरान, बागेश्वर धाम में भव्य भगवा यात्रा और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा, जो इस आयोजन को और भी विशेष बनाएंगे।