बदलाव के मूड में नगरवासी लोगों ने कहा – धरमजयगढ़ में राजीव की जीत लगभग तय !

(विशेष संवाददाता) धरमजयगढ़ – नगर पंचायत चुनाव के लिये 11 फरवरी को मतदान है, धरमजयगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस ने प्रचार में पूरा जोर लगा दिया है, लेकिन एक चीज जो गौर करने लायक है वो ये है कि प्रचार के शोरगुल के बीच शहर का माहौल अजीब ढंग से पूरा शांत नजर आया,वैसे देखा जाये तो धरमजयगढ़ बीजेपी का गढ़ है, बीते विधानसभा और लोकसभा के परिणाम में एक बहुत बड़े मार्जिन से बीजेपी कांग्रेस से आगे है, ऐसे में कांग्रेस द्वारा अध्यक्ष पद के लिए एक युवा चेहरा राजीव अग्रवाल को टिकट देना आने वाले समय में धरमजयगढ़ में कांग्रेस को मजबूत बनाने की दिशा में पहला कदम जैसा प्रतीत हो रहा है राजीव अग्रवाल की पहचान एक सौम्य, मिलनसार एवं बेदाग छबि के शख्स के रूप में है जिसे नगरवासी भी उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं, वहीं बीजेपी ने बंग समाज के अनिल सरकार को टिकट दिया है, अनिल सरकार की पहचान होटल व्यवसायी के रूप में है साथ ही एक बीजेपी कार्यकर्त्ता के रूप में कोई खास पहचान नही है,टिकट की दौड़ में गोकुल यादव, विजय यादव, महेश चैनानी, टीकाराम पटेल, हरिया अग्रवाल जैसे नामों के बीच पेंच फसने के बाद पार्टी असमंजस में फंसी दिख रही थी ऊपर से बीजेपी के पारम्परिक वोट बंग समाज के द्वारा टिकट माँगने से पार्टी और भी उलझन में फंस गई, ऐसे में बीजेपी के नामचीन नेता एक दूसरे को निपटाने के चक्कर में अंततः बंग समाज से अनिल सरकार के टिकट के लिए राजी भी हो गए. सिर्फ बंग समाज के वोटो को साधने के चक्कर में बीजेपी ने ये कदम तो उठा लिया पर कहीं न कहीं धरमजयगढ़ नगर पंचायत चुनाव में भाजपा बैकफुट में नजर आ रही है,कार्यकर्ताओं की आपसी लड़ाई सतह में आ गया है, इसी वजह से इनके कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने स्वयं मंत्री श्री ओपी चौधरी जी को आना पड़ा, इसके अलावा इनके पास नगर के विकास को लेकर कोई एजेंडा नही नजर आ रहा है जिससे नगरवासी भी मन ही मन कांग्रेस की ओर रुख करने का मन बना चुके हैँ शायद इसी बात को भाँपकर बीजेपी सांसद श्री राधेश्याम राठिया जी को लगभग हर वार्ड में लेकर गए, उस पर भी सांसद महोदय द्वारा जिस वार्ड में सबसे ज्यादा वोट बीजेपी को मिलेगा उसे 50 लाख के काम की घोषणा करना बाकी वार्डो से इनके सौतेले व्यवहार को दर्शा रहा है. बीजेपी के लगभग सभी बड़े चेहरे अलग अलग वार्डो में किस्मत आजमा रहें हैँ जो पिछले कई वर्षों से पार्षद पद पर काबिज है लेकिन अपने वार्डो में इनका परफॉरमेंस जीरो ही नजर आ रहा है, डॉ रमन सिंह के 15 साल के कार्यकाल में यही लोग ईतना फल फूल गए हैँ कि सिर्फ पैसे के दम में अपने अपने वार्डो से जीतने का दम्भ भर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इनके वार्डो की जनता ईस बार मन बना चुकी है कि बड़े चेहरों के बजाय जो वार्ड की समस्या को समाधान कर सके और उनके सुख दुख में हर हमेशा साथ रहे ऐसे प्रत्याशी को चुनेगी.अब देखना यह है कि धरमजयगढ़ की जनता सांसद महोदय के प्रलोभन में आती है या नगर के विकास को जो अध्यक्ष और पार्षदप्रत्याशी गति दे सकें ऐसे जनप्रतिनिधि चुनती है, पर नगर में सांसद महोदय के इस ऐलान को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया नगरवासियों की ओर से नही देखी जा रही है. वैसे नगर का सूरत ए हाल बहुत अच्छा नजर कहीं से नही आता, लगभग पुरे नगर के कई वार्डो में पेयजल आपूर्ति का भारी संकट है, सभी मार्ग बदतर स्तिथि में नजर आते हैं, स्ट्रीट लाइट भी बुझे बुझे से दिखते हैं, नगर के ह्रदय स्थल में स्थित मंगल भवन पूर्ण रूप से जर्ज़र स्तिथि में है, खेल मैदान भी जरुरी सुविधाओं को तरस रहे हैं, स्वास्थ्य सुविधा भी जैसी होनी चाहिए वैसी नही है, शासकीय कॉलेज में स्नातकोत्तर की कक्षाए आज तक प्रारम्भ नही हो पायी है. नगर में एक भी अच्छा उद्यान नही है, नगर के चौंक चौराहो का सौंदर्यीकरण नही हुआ है, कई वार्डो में राशन दुकाने नही है, साथ ही अन्य कई मुलभुत सुविधाओं से नगरवासी आज भी वंचित है, पूर्व में लगातार 10 साल बीजेपी के अध्यक्ष नगर सरकार में काबिज थे ऊपर से प्रदेश में उनकी सरकार भी थी लेकिन नगर विकास के लिए तरसता रहा, और बात करें पिछली अध्यक्ष तरुणा साहू कि जो पहले कांग्रेस की थी पर सत्ता जाते ही बीजेपी में शामिल हो गई, उनका कार्यकाल विवादों से भरा रहा, दो बार अविश्वास प्रस्ताव फिर उनका अपने ही पार्षदों से तालमेल न होना नगर के लिए दुर्भाग्य जनक रहा, देखा जाये तो बीजेपी ने धरमजयगढ़ नगर को अपने गढ़ तो बना रखा है पर नगर के हित में कोई भी उल्लेखनीय कार्य आज तक नही कर सकी, इन्ही सब बातों को देखते हुए यह कह सकते हैं धरमजयगढ़ बदलाव के मूड में है कि ज्यादातर वार्डो में कांग्रेस के पार्षद जीतेंगे और राजीव अग्रवाल की ताजपोशी लगभग तय नजर आ रही है.!

रिपोर्टर – ऋषभ तिवारी


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