
*यहां पर, इस वक्त हुई घायल गजराज की मौत.. रिपोर्ट में खुलासा!*
*कुमकी हाथी के सहारे बाड़े में लाकर किया जाना था इलाज*
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र में बीते शुक्रवार को कुमकी हाथी और चिकित्सकों की सहायता से एक घायल हाथी का इलाज़ शुरू किया गया। इस दौरान शाम को घायल गजराज की मौत हो गई। इस मामले में छाल रेंज अधिकारी चंद्र विजय सिदार ने फोन पर बताया कि इलाज़ के दरमियान घायल हाथी की मृत्यु हो गई है।
बता दें कि बीते दो महीने से यह घायल ‘मकना’ (बिना दांत वाला वयस्क नर हाथी) हाथी वन मंडल के छाल रेंज में विचरण कर रहा था। इस दौरान विभाग द्वारा हाथी की देखरेख की जा रही थी।
उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर शुक्रवार को दो कुमकी हाथी और चिकित्सकों की टीम घायल गजराज के इलाज़ के लिए पहुंची। छाल रेंज अधिकारी के मुताबिक शुक्रवार को उपचार के दौरान हाथी की मृत्यु हो गई। इस मामले में अब तक वन विभाग के आला अधिकारियों का पक्ष सामने नहीं आया है। ऐसे में यह सवाल फिलहाल अनुत्तरित है कि इस घायल हाथी की मृत्यु किन परिस्थितियों में हुई?
शनिवार को स्थानीय वन विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज अंतर्गत आने वाले बेहरामार इलाके के कंपार्टमेंट नंबर 572 आर एफ में स्थित छुहीगड़ाई नामक स्थान पर बीते 31 जनवरी की शाम साढ़े 4 बजे इस घायल हाथी की मृत्यु हो गई।